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इज़राइल-ईरान संघर्ष पर ब्रेक: ट्रंप ने किया संघर्षविराम का ऐलान, अमेरिका की हवाई कार्रवाई के बाद शांति की कोशिश

ट्रंप ने किया इज़राइल-ईरान संघर्षविराम का ऐलान
23 जून 2025 को, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने CNN और Fox News के माध्यम से घोषणा की कि ईरान और इज़राइल के बीच तत्काल संघर्षविराम पर सहमति बन गई है। यह ऐलान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने कतर में ईरानी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए थे।
🔥 पृष्ठभूमि: कैसे भड़का था संघर्ष?
पिछले तीन हफ्तों में:
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ईरान ने इज़राइल के तेल अवीव, हाइफ़ा और डिमोना क्षेत्र पर मिसाइल हमले किए।
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इज़राइल ने जवाबी कार्रवाई में तेहरान के पास सैन्य अड्डों को निशाना बनाया।
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अमेरिका ने कतर स्थित अल-उदीद एयरबेस से ऑपरेशन शुरू कर ईरानी सप्लाई डिपो पर हमला किया।
Fox News के अनुसार, ये हमले अमेरिकी हितों और सहयोगी देशों की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताए गए।
📽️ ट्रंप का बयान (Fox News वीडियो)
Fox News पर प्रसारित हुए एक लाइव वीडियो में ट्रंप ने कहा:
“ईरान और इज़राइल दोनों को यह समझ आ गया है कि युद्ध से कोई विजेता नहीं निकलता। हमने एक निष्पक्ष समाधान पेश किया है, जिसे दोनों पक्षों ने स्वीकार कर लिया है।”
Axios की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कतर, तुर्की और ओमान के राजनयिकों के सहयोग से बातचीत को अंजाम तक पहुंचाया।
🧭 संघर्षविराम की प्रमुख शर्तें
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दोनों देश कोई भी आक्रामक सैन्य गतिविधि तुरंत बंद करेंगे।
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यूएस और UN निरीक्षकों को सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी की अनुमति दी जाएगी।
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तेल और गैस रूट्स की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोगी देशों की निगरानी।
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प्रॉक्सी ग्रुप्स जैसे हिजबुल्ला और IRGC मिलिशिया पर विशेष नियंत्रण की मांग।
🌐 वैश्विक प्रतिक्रियाएं
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UN महासचिव: “यह एक ऐतिहासिक कदम है, पर यह स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम भर है।”
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यूरोपीय यूनियन ने ट्रंप की भूमिका की सराहना की और इसे “एक कूटनीतिक चमत्कार” कहा।
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रूस और चीन ने संयम बरतने की सलाह दी, पर USA की एयरस्ट्राइक पर चिंता जताई।
📊 आर्थिक असर: तेल की कीमतों में गिरावट
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Brent Crude की कीमत 4% गिरकर $97/बैरेल पर आ गई।
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Gold की कीमत में भी हल्की गिरावट देखी गई।
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Dow Jones और NASDAQ में उछाल, बाजार ने राहत की सांस ली।
🧨 क्या संघर्षविराम चलेगा?
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञ मानते हैं कि:
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अगर प्रॉक्सी समूहों ने हमला जारी रखा, तो संघर्षविराम जल्द टूट सकता है।
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अमेरिका की भूमिका निर्णायक होगी—विशेष रूप से कतर, इराक और सीरिया में सैन्य उपस्थिति को लेकर।